देहरादून पिछले दिनों प्रदेश की राजनीति में भाजपा और कांग्रेस के नेताओं के पार्टी छोड़ दूसरे दल में शामिल होने के बाद शुरू हुई जुबानी जंग में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और हरक सिंह रावत के बीच चल रही तीखी जंग के बाद हरक सिंह
देहरादून
पिछले दिनों प्रदेश की राजनीति में भाजपा और कांग्रेस के नेताओं के पार्टी छोड़ दूसरे दल में शामिल होने के बाद शुरू हुई जुबानी जंग में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और हरक सिंह रावत के बीच चल रही तीखी जंग के बाद हरक सिंह रावत के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के प्रति नर्म रुख के बाद चरणों में नतमस्तक होने के बयान ने भाजपा को असहज स्थिति में ला दिया है। जिसके बाद हरक के कांग्रेस में जाने कि अटकलें तेज हो गई है तो वहीँ दूसरी ओर प्रदेश में आई आपदा के समय स्थलीय निरीक्षण करने पहुँचे सीएम धामी व आपदा मंत्री धन सिंह रावत को अपनी ही पार्टी के विधायक पूरन सिंह फरतियाल का विरोध झेलना पड़ा था, जिसका बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने संज्ञान लेते हुए आज अपने आवास पर तलब किया।
उत्तराखंड बीजेपी सरकार में मंत्री हरक सिंह रावत के तेवर इन दिनों थोड़े तल्ख नजर आ रहे हैं। हरक सिंह रावत अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को भी कोई खास तवज्जो नहीं दे रहे हैं। मंगलवार को बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने हरक सिंह को नाश्ते पर बुलाया लेकिन नहीं पहुंचे, उसके बाद हरक को दोपहर के भोजन पर बुलाया गया लेकिन हरक तय वक्त पर वहां नहीं पहुंचे। हालांकि, मदन कौशिक को काफी इंतजार कराने के बाद शाम को करीब 4:30 बजे उनके आवास पर पहुंचकर उनसे मुलाकात की। सियासी गलियारों में जो चर्चा है, उसके मुताबिक हरक सिंह रावत इनदिनों पार्टी से नाराज चल रहे हैं। कौशिक की ब्रेकफास्ट-लंच डिप्लोमेसी से पहले सीएम धामी खुद उनसे बात कर उन्हें मनाने की कोशिश कर चुके हैं लेकिन हरक डिगने को तैयार नहीं हैं। उधर, हरीश रावत से हरक की दोबारा बढ़ती बातचीत से भी बीजेपी काफी चौकन्नी है। हरीश रावत भी कम नहीं हैं, वो हरक सिंह से साथ बातचीत का वीडियो भी सोशल मीडिया पर डाल रहे हैं और खुलेआम कह रहे हैं कि कई लोगों से उनकी बात चल रही है जो पार्टी ज्वाइन करना चाहते हैं। वहीं, यशपाल आर्य के बीजेपी छोड़ने के बाद पार्टी अब किसी मजबूत नेता को नहीं खोना चाहती। इसलिए हरक को मनाने के लिए सभी बड़े नेताओं को लगाया गया है।
दोपहर बाद मदन कौशिक के आवास पर पहुचे लोहाघाट विधायक पूरन सिंह फरतियाल के साथ काफी लम्बी चर्चा चली, हालांकि उसके बाद बाहर निकले विधायक ने मीडिया से वार्ता करते हुए इसे शिस्टाचार भेंट बताते हुए कहा आगामी चुनाव में कैसे बेहतर प्रदर्शन किया जाए इसको लेकर चर्चा हुई है इससे ज्यादा और कुछ नही । जब वायरल वीडियो के बारे में पूछा तो फरतियाल ने कहा ऐसा कुछ नही है हमारी नाराजिगी किसी से नही है क्योंकि हमारे यँहा भीषण आपदा आई थी जिसमे 7 लोगो की जान चली गयी लेकिन अधिकारी सरकार को गुमराह कर रहे थे जिसकी शिकायत हमने सीएम और आपदा मंत्री से की थी उसे बाद सरकारी तंत्र एक्टिव हुआ आज राहत सामग्री भी सभी तक पहुँच रही है और ज्यादातर मार्ग भी खुल गए है। यँहा आप को बता दे चाहे भले ही विधायक सफाई दे रहे हो लेकिन सच्चाई ये है कि विधायक ने आपदा मंत्री को खूब खरी खोटी सुनाई थी जिससे भाजपा की किरकिरी हो रही थी और विपक्ष भी हमलावर था जिसकी बजह से संगठन ने संज्ञान लेते हुए आज विधायक को तलब किया था और सूत्रों की माने तो आज के बाद अनर्गल बयान बाजी से बचने की हिदायत भी दी गयी है।
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