नरेंद्रनगर ऋषिकेश परमार्थ निकेतन में कल हुई गंगा आरती और उत्तराखंड का पारंपरिक भोज के बाद आज नरेन्द्रनगर में दूसरी एंटी करप्शन वर्किंग ग्रुप की बैठक हुई जिसमें केंद्रीय राज्यमंत्री अजय भट्ट ने कहा कि आयोजन होना सौभाग्य का विषय है। बैठक में वैश्विक स्तर
नरेंद्रनगर
ऋषिकेश परमार्थ निकेतन में कल हुई गंगा आरती और उत्तराखंड का पारंपरिक भोज के बाद आज नरेन्द्रनगर में दूसरी एंटी करप्शन वर्किंग ग्रुप की बैठक हुई जिसमें केंद्रीय राज्यमंत्री अजय भट्ट ने कहा कि आयोजन होना सौभाग्य का विषय है। बैठक में वैश्विक स्तर पर भ्रष्टाचार नियंत्रण के प्रयासों पर विचार विमर्श एवं मंथन किया जाएगा, जो विश्व को भ्रष्टाचार के विरुद्ध लड़ाई में मार्गदर्शन करने का काम करेगा। वैश्विक स्तर पर भ्रष्टाचार की समाप्ति के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग एवं एकजुटता आवश्यक है। भ्रष्टाचार के विरुद्ध लड़ाई अकेले नहीं लड़ी जा सकती है। भ्रष्टाचार अंतरराष्ट्रीय समस्या है, इसलिए इसकी समाप्ति हेतु समन्वित प्रयासों की जरूरत है। जी-20 की एंटी करप्शन वर्किंग ग्रुप की इस तीन दिवसीय आयोजन के दौरान, 20 सदस्य देशों, 10 आमंत्रित देशों और 9 अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के 90 से अधिक प्रतिनिधि एसीडब्ल्यूजी की पहली बैठक में चर्चा को आगे बढ़ाएंगे।
भ्रष्टाचार के दुष्प्रभाव भी व्यापक हैं, इसलिए भ्रष्टाचार के विरुद्ध लड़ाई में संस्थागत फ्रेमवर्क मजबूत करने की आवश्यकता है। सार्वजनिक क्षेत्र में भ्रष्टाचार समाप्त करने के लिए आईटी का उपयोग आवश्यक है। वर्ष 2018 में अर्जेंटीना में आयोजित जी-20 की बैठक में भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई के संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नौ बिंदुओं पर चर्चा की गई थी। वर्तमान जी-20 तथा भविष्य में आयोजित होने वाले जी-20 में भी इन बिंदुओं पर चर्चा को आगे बढ़ाया जाएगा । इस अवसर पर कार्मिक एवं प्रशिक्षण मंत्रालय, भारत सरकार से संयुक्त सचिव रजत कुमार भी उपस्थित थे।
जेंडर एंड करप्शन विषय पर भी विचार विमर्श किया गया ।
कार्यक्रम में केंद्रीय विदेश एवं संस्कृति राज्यमंत्री मीनाक्षी लेखी ने अपने संबोधन में कहा कि एक अच्छी सरकार की परिभाषा उसके द्वारा अंतिम व्यक्ति तथा महिलाओं के लिए कल्याण के कार्यों से निर्धारित होती है। लेखी ने भारत सरकार द्वारा जनधन खाते, मुद्रा योजना, आयुष्मान भारत, डीबीटी जैसी योजनाओं के माध्यम से भ्रष्टाचार को समाप्त करने के साथ ही महिला सशक्तिकरण के प्रयासों की चर्चा की । उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार से सबसे अधिक महिलाएं ही प्रभावित है, महिलाओं को निशुल्क सार्वजनिक सेवाएं, स्वास्थ्य, शिक्षा, वित्तीय सहयोग तथा बच्चों की देखभाल हेतु सुविधाएं मिलनी चाहिए।
वहीँ अफ्रीकी प्रतिनिधि ने कहा कि भ्रष्टाचार का महिलाओं पर यौन प्रताड़ना के रूप में भी असर पड़ता है जिसके लिए महिलाओं को आर्थिक तथा सामाजिक रूप से सशक्त करने की आज आवश्यकता है। इंडोनेशिया की प्रतिनिधि माल्या ने कहा कि समाज को भ्रष्टाचार के विरुद्ध जागरूक करने की जरूरत है। इस दिशा में महिलाएं महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं, महिलाओं की हर क्षेत्र में भागीदारी बढ़ाने की आवश्यकता है।
विमन इनीशिएटिव की सोनिका कनौजिया ने अपने विचार रखते हुए कहा कि नए उद्यम स्थापित करने तथा स्वरोजगार के प्रयासों में महिलाओं को विभिन्न तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, लेकिन सूचना प्रौद्योगिकी के बढ़ते प्रयोग तथा ऑनलाइन बाजार के उपलब्ध होने से महिलाओं की राह आसान हुई है।
कार्यक्रम में टिहरी जनपद की नरेंद्र नगर की रहने वाली खुशहाल स्वयं सहायता समूह की संचालिका रजनी रावत ने उत्तराखंड में स्वयं सहायता समूहों की सफलता की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाएं स्वयं सहायता समूह के माध्यम से आर्थिक रूप से सशक्त हो रही हैं तथा स्वावलंबी भी बन रही हैं। कार्यक्रम के दौरान भारत सरकार द्वारा भ्रष्टाचार को नियंत्रित करने हेतु किए गए विभिन्न प्रयासों तथा महिला सशक्तिकरण पर लघु फिल्में भी दिखाई गईं।
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