ऋषिकेश शुक्रवार को नगरनिगम में महापौर की अध्यक्षता में एमडीडीए, वन विभाग, पीडब्ल्यूडी, सिंचाई और अन्य विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक हुई । बैठक के दौरान महापौर अनिता ममगाईं ने एमडीडीए के अधिकारियों को गरीबों के मकानों के ध्वस्तीकरण के ऑडर और रसूखदारों के
ऋषिकेश
शुक्रवार को नगरनिगम में महापौर की अध्यक्षता में एमडीडीए, वन विभाग, पीडब्ल्यूडी, सिंचाई और अन्य विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक हुई । बैठक के दौरान महापौर अनिता ममगाईं ने एमडीडीए के अधिकारियों को गरीबों के मकानों के ध्वस्तीकरण के ऑडर और रसूखदारों के बहुमंजिला इमारतों पर कोई कार्यवाही ना होने के सवाल पर जमकर लताड़ लगाई। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि एमडीडीए का यह दोहरा रवैया शहर हित में बिलकुल ठीक नहीं है। अगर जरूरत पड़ी तो वे जनता के लिए विभाग के उच्चाधिकारियों से लेकर न्यायालय तक का दरवाजा खटखटाएंगी। उन्होंने शक्त लहजे में कहा कि एमडीडीए भ्रष्टाचार का अड्डा बनता जा रहा है। नक्शा पास करने के दौरान एमडीडीए डेवलपमेंट चार्ज वसूलता है लेकिन आज तक उस डेवलपमेंट चार्ज से निगम क्षेत्र में एक भी विकास नहीं हुआ है। निगम ने कई प्रस्ताव दिए लेकिन बावजूद इसके एक पैसा तक नहीं लगाया है।
अनिता ममगाई ने बताया कि लगातार शिकायतें मिल रही हैं कि छोटे भवन निर्माण करने वालों पर एमडीडीए कार्रवाई कर उनके भवन सील कर ध्वस्तीकरण के नोटिस भी दिए जा रहे हैं। लेकिन बहुमंजिला इमारत बनाने वालों के खिलाफ कोई एक्शन नहीं हो रहा है। एमडीडीए जिनके बहुमंजिला इमारतों को सील करता भी है लेकिन बाद में उन्हें खुद ही खोल देता है। जो सवाल खड़ा करता है कि जब मानकों के विपरीत बहुमंजिला इमारत खड़ी हो रही है तो फिर वह मानक निर्माण होने के बाद कैसे पूरे हो रहे हैं। उन्होंने आश्रमों पर हो रहे कब्जों के बारे में भी एमडीडीए को अवगत कराया। साथ ही उन्होंने कहा कि तीर्थनगरी का जो स्वरूप है उसे बिगड़ने नहीं दिया । और अगर ऐसा कुछ होता है तो इसके लिए संबंधित अधिकारी जिम्मेदार होंगे, जिसकी उच्चाधिकारियों को भी शिकायत की जाएगी।
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