देहरादून कल देर रात उत्तराखंड पहुंचे गृहमंत्री अमित शाह ने आज आपदाग्रस्त छेत्रों का हवाई दौरा कर नुकसान का आंकलन किया। इस दौरान गृह मंत्री के साथ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, राज्यपाल गुरमीत सिंह, केंद्रीय पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट, आपदा मंत्री धन सिंह रावत
देहरादून
कल देर रात उत्तराखंड पहुंचे गृहमंत्री अमित शाह ने आज आपदाग्रस्त छेत्रों का हवाई दौरा कर नुकसान का आंकलन किया। इस दौरान गृह मंत्री के साथ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, राज्यपाल गुरमीत सिंह, केंद्रीय पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट, आपदा मंत्री धन सिंह रावत मौजूद रहे। उसके बाद राज्य अतिथि गृह, जौलीग्रांट में केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने उच्च स्तरीय बैठक में प्रदेश में आपदा की स्थिति और संचालित राहत व बचाव कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार देवभूमि की हर सम्भव सहायता करेगी। भविष्य में और बेहतर आपदा प्रबंधन के लिए क्या किया जा सकता है, राज्य सरकार इस संबंध में अपने सुझाव भेजे। बारिश से अभी तक करीब 6 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा के नुकसान का आंकलन किया गया। इसको लेकर राज्य सरकार ने सभी जिलाधिकारियों से उनके जिलों में हुए नुकसान की एक विस्तृत रिपोर्ट मांगी थी जिसे गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में होने वाले बैठक में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रस्तुत किया।
उत्तराखंड दौरे पर पहुंचे गृहमंत्री अमित शाह ने कहा है कि जो भी नुकसान हुआ है उसका एक बार और जमीनी सर्वे करने के बाद ही नुकसान का आकलन सही तौर पर लगाया जा सकता है। अमित शाह ने कहा कि फिलहाल तो 200 करोड रुपए केंद्र की तरफ से राज्य को कुछ महीने पहले ही दिए गए थे लिहाजा उन्हीं पैसों से फिलहाल राज्य को काम करना होगा। वहीँ उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की तारीफ भी की। अमित शाह ने कहा कि केंद्र की चेतावनी के बाद राज्य सरकार ने जिस तरह काम किया है वह सही मायने में काबिले तारीफ है और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी राज्य में अच्छा काम कर रहे हैं और उनकी सूझबूझ से ही बहुत बड़ा नुकसान होने से बचा है। राज्य के मुख्यमंत्री और उनकी टीम बेहतर काम कर रही है उनके कामों को देख कर ही आने वाले चुनावों में उत्तराखंड की जनता एक बार फिर से बीजेपी को आशीर्वाद देगी।
आपदाग्रस्त क्षेत्रों का हवाई दौरा कर लौटे गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि उन्होंने तबाही के हालात देखे हैं और भारत सरकार की ओर से चेतावनी मिलने के बाद राज्य में नुकसान कम हुआ, जनहानि कम हुई, क्योंकि पहले ही बचाव को लेकर काम कर लिया गया था। साथ गृहमंत्री ने कहा कि 16 तारीख को भारत सरकार की तरफ से राज्य को चेतावनी जारी की गई थी, जिसके बाद सीएम धामी ने सूझबूझ के साथ हालातों को देखा इसके साथ ही सभी एजेंसियों ने समय से काम पूरा किया है। एनडीआरएफ, आर्मी, एसडीआरएफ सभी बारिश आने से पहले अलर्ट मोड पर रहे, एनडीआरएफ की 17 टीमें, एसडीआरएफ की 7 टीमें, पीएसी की 15 कंपनियां और 5000 से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात रहे। गौरतलब है कि राज्य में आपदा के कारण अब तक 64 लोगों की मौत हुई है और 11 से अधिक लोग अभी लापता हैं। वहीँ दो ट्रैकिंग टीम के लोग भी लापता हैं। राज्य में अलर्ट हो जाने से चारधाम यात्रियों को प्रशासन ने सुरक्षित स्थानों पर रोक दिया गया था अभी तक 3500 लोगों को रेस्क्यू किया गया है। जनहानि की बात करें तो सबसे ज्यादा नैनीताल जिले में 30 मौतें हुई हैं।
Leave a Comment
Your email address will not be published. Required fields are marked with *