सरकारी अध्यापकों ने किया आनलाइन जापानी पुस्तक “तोतो-चान” पुस्तक की समीक्षा।

सरकारी अध्यापकों ने किया आनलाइन जापानी पुस्तक “तोतो-चान” पुस्तक की समीक्षा।

देहरादून किताब जो बहुत कुछ बोलती है, “आगाज संस्था के तत्वावधान में सरकारी अध्यापकों ने आनलाइन जापानी पुस्तक “तोतो-चान” पुस्तक की समीक्षा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में समीक्षा देहराइन के अध्यापकों द्वारा किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ माँ शारदे की वन्दना से किया

देहरादून

किताब जो बहुत कुछ बोलती है, “आगाज संस्था के तत्वावधान में सरकारी अध्यापकों ने आनलाइन जापानी पुस्तक “तोतो-चान” पुस्तक की समीक्षा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में समीक्षा देहराइन के अध्यापकों द्वारा किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ माँ शारदे की वन्दना से किया गया। डा. सुरेश चन्द्र पोखरियाल प्रवक्ता डायट देहरादून मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे, इस दौरान उन्होंने पुस्तक समीक्षा के महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर चर्चा की। कार्यक्रम का संचालन संदीप रावत स.अ. रा०पू० मा० वि० लालतप्पड द्वारा किया गया। पहले वक्ता के रूप में राजीव पान्थरी प्र०अ० रा० पू०मा० वि० गल्जवाड़ी ने पुस्तक का परिचय देते हुए परिस्थितियों, चित्र, भाषाशैली आदि विषयों  को बताया। मीना जोशी स.अ. रा०मा०वि० बद्रीपुर विकासनगर द्वारा तोत्तो चान पुस्तक की विषय वस्तु पर प्रकाश डाला, तपस्या सती द्वारा पुस्तक में निहित मनोविज्ञान पर, गायत्री सिंह स०अ० पण्डितवाड़ी द्वारा पुस्तक में वर्णित शिक्षण विधाओ पर विस्तार से प्रकाश डाला गया । इस अवसर पर शैक्षिक आगाज संस्था की फाउण्डर श्रीमती स्मृति चौधरी उत्तर प्रदेश से जुड़ी रहीं। उन्होंने आगाज संस्था के विषय में जानकारी दी और कहा कि इसका मुख्य उद्देश्य शिक्षा में शिक्षकों द्वारा किए गए नवाचार एवं उसके प्रयोग को संस्था के माध्यम से समाज के सम्मुख उजागर करना है।

आनलाइन जापानी पुस्तक “तोतो-चान” पुस्तक की समीक्षा कार्यक्रम के अवसर पर उत्तराखण्ड की राज्य संयोजक सुनीता बहुगुणा द्वारा समीक्षा कार्यक्रम का उद्देश्य, पुस्तकों के प्रति अध्यापको एवं बच्चों की रुचि को पैदा करना बताया गया। उन्होंने कहा कि यह पुस्तक अध्यापकों को पढ़ने एवं बाल विज्ञान को जानने की भी सीख देती है साथ ही शिक्षण की कई विधाओं को भी जानने का अवसर प्रदान करती हैं। इसके अलावा यह पुस्तक अपने आप में विशाल ज्ञान- विज्ञान को समेटे हुए एक वृहद सागर है जिसे पढ़कर सिर्फ अध्यापक ही नहीं छात्र भी लाभान्वित होंगे। इस अवसर पर राष्ट्रीय मार्गदर्शक आकाश सारस्वत, डिप्टी डायरेक्टर समग्र शिक्षा अभिमान उत्तराखण्ड द्वारा अध्यापको के इस प्रकार के आयोजनो की सरहना की गयी। राष्ट्रीय गाइड के रूप एस. एन. शर्मा राजस्थान से इस कार्यक्रम में उपस्थित रहे, उन्होंने बताया कि N.C.E.R.T के द्वारा सीखने के प्रति फलों में से एक सीखने का प्रतिफल है कि बच्चे पुस्तकों की समीक्षा कर पाते है। साथ ही इसकी पूर्ति हेतु भी यह कार्यक्रम अत्यधिक महत्वपूर्ण है कि पहले शिक्षक स्वयं पुस्तक समीक्षा पर अपनी समझ विकसित करेगे तभी विद्यालयों में यह कार्यक्रम लागू किया जा सकता है। कार्यक्रम लगभग 2:30 घण्टे तक चला, कार्यक्रम में सन्दीप कौर, पंजाब से कलावती, दयालचन्द्र, चन्दा स्वर्णकार, प्रवीन, हेमा पाठक, राहुल करिमार सहित 30 शिक्षक शिक्षिकाओं ने प्रतिभाग किया।

 

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